गहरी साज़िशों का दौर है, उनके गिरेबान में झाँकते रहिये..
आधे भारत को अब भी यही लग रहा है लियानार्डो को टाइटैनिक के लिए ऑस्कर मिला है.
ऑस्कर जानबूझ कर ऐसी फिल्मों को देते हैं जो भारतीयों ने नहीं देखी होती है.
ऑस्कर लियोनार्डो को मिला यहां लौंडे न जाने क्यों खुश हो रहे हैं.
हम वो लोग हैं जो ऑस्कर देखकर ही आधे अमरीकी हो जाते हैं
OLX पर नज़र रखना, कई पाकिस्तानी खिलाड़ी अपना बैट बेचने की कोशिश करेंगे...
भारतीय बल्लेबाज़ों ने बता दिया कि आखिर हम उनके बड़े भाई है...
संजय दत्त की भी क्या किस्मत है... जेल से निकले तो पत्नी के पास आ गए...
जीवन की एक सच्चाई ये भी है कि हमेशा ट्रैफिक बराबर वाली लेन में तेज़ चलता है
रेल मंत्री से बस एक ही गुज़ारिश है, मग्गे की चेन लंबी कर दें
जब स्टेटस कॉपी होने लग जाए तो समझ लो तरक्की कर रहे हो
संजय दत्त की भी क्या किस्मत है... जेल से निकले तो पत्नी के पास आ गए...
जीवन की एक सच्चाई ये भी है कि हमेशा ट्रैफिक बराबर वाली लेन में तेज़ चलता है
रेल मंत्री से बस एक ही गुज़ारिश है, मग्गे की चेन लंबी कर दें
जब स्टेटस कॉपी होने लग जाए तो समझ लो तरक्की कर रहे हो
तेरे साथ भी तेरा था... तेरे बिन भी तेरा ही हूँ...
हमसफ़र खूबसूरत नहीं.. सच्चा होना चाहिए
आप जिस पर आँख बंद करके भरोसा करते हैं, अक्सर वही आप की आँखें खोल जाता है
अभी तो इश्क़ हुआ है... 'मंज़िल' तो मयखाने में मिलेगी...!!!
खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की ... आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है...
कमज़ोर पड़ गया है मुझसे तुम्हारा ताल्लुक ...या कहीं और सिलसिले मजबूत हो गए हैं..
आइना जब भी उठाया करो.. "पहले देखो"...फिर "दिखाया करो"
![Image result for hindi shayri images](https://encrypted-tbn0.gstatic.com/images?q=tbn:ANd9GcT4K3sjPgkXgHDNdUM5D6pjs83VjMAUlzuNN4FgB5xt2GaQ8no7)
मेरी नीम सी ज़िन्दगी शहद कर दे... कोई मुझे इतना चाहे की हद कर दे...
प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है। मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी।
जो भी मालता है... उसे अपना समज लेता हु मैं एक बीमारी मुज़े ख़ानदानी और है.
जो भी मालता है.....उसे अपना समज लेता हु मैं एक बीमारी मुज़े ख़ानदानी और है...
सरकार को पाकिस्तान के आतंकवाद का जवाब देना अनिवार्य नहीं है।। लेकिन.. सेटअप बॉक्स लगाना अनिवार्य हैं..!!
अचानक Wi-Fi सिग्नल बंद हो गये... लगता है कि... पडोसी ने बिल नहीं भरा...!!
हमारा कत्ल करने की उनकी साजीश तो देखो...... गुजरे जब करीब से तो चेहरे से पर्दा हटा लिया....
एक शराब की बोतल दबोच रखी है.... तुजे भुलाने की तरकीब सोच रखी है.....
Baat aakhon ki suno dil mein utar jaati hai.. Zubba ka kya kabhi bi mukkar jaati hai
Ek hasin Jheel Nazar aati hai tumhari aankhen... Dil se kitni baate kar jaati hai tumhari aankhen...
Raaz Khol Dete Hain Nazuk Se Ishaare Aksar.. Kitni Khamosh Mohabbat Ki Zubaan Hoti Hai..
Aapki Aankho Mai Aaj Nami Dekhi. Tumhari Jindagi Ke Liye Kisi Ki Kami Dekhi
Naino kee mat suniyo re.. Naino kee mat suniyo.. Naina thag lenge.
इश्क करो तो आयुर्वेदिक वाला करो... फायदा ना हो तो नुक़सान भी ना हो...
लोग रोज नसें काटते हैं प्यार साबित करने के लिये, लेकिन कोई सूई भी नही चुभने देता.. "रक्त दान" के लिए।
ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते.. लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता है
तुम्हारा दिल है या किसी मंत्री का इस्तीफा, कब से मांग रहा हूँ, दे ही नहीं रही हो..
शर्म की अमीरी से इज्जत की गरीबी अच्छी है ..
इस दुनियाँ में सिर्फ बिना स्वार्थ के माँ बाप ही प्यार कर सकते हैं ..
दिल मेरा उसने ये कहकर वापस कर दिया... दुसरा दिजीए... ये तो टुटा हुआ है....!!?!!
कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते, पर अमीर जरूर बना देते हैं.
शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है वो मजदूर, जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है....
अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है, उतने में गरीब की बेटी अपने ससुराल चली जाती है....
कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....
दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना .. क्यों कि 'नकाब' हो या 'नसीब' सरकता जरूर है...
गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी, साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं
मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....
जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..
बचपन भी कमाल का था खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...
ए मुसीबत जरा सोच के आ मेरे करीब कही मेरी माँ की दुवा तेरे लिए मुसीबत ना बन जाये....
खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...
अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....
जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...
खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...
हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं और कई इन्सान गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है…
जिंदगी में वही लोग कामयाबी के शिखर को छुते है... जो बचपन में साइकिल की चैन उतरते ही तुरंत उल्टा पैडल मारकर चढ़ा लिया करते थे!!!
प्यार भी हम करें, इन्तजार भी हम, जताये भी हम और रोयें भी हम..
न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर.. तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है..!
मोहब्बत के उस मुकाम पर है की, अब नफ़रत भी प्यार से हो रही है.
तमन्ना तेरे जिस्म की होती तो छीन लेते दुनिया से, इश्क तेरी रूह से है इसलिए, खुदा से मांगते हैं तुझे।
जिंदगी मै सिर्फ़ दो ही नशा करना, जीने के लिए यार और मरने के लीये प्यार..
सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो, मुझे भी अपनी जिद्द बना लो.!!
बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकीऔर हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं..!!!
जो मैं रूठ जाऊँ तो तुम मना लेना, कुछ न कहना बस सीने से लगा लेना।
आज तो हम खूब रुलायेंगे उन्हें, सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत है !
हुए बदनाम मगर फिर भी न सुधर पाए हम, फिर वही शायरी, फिर वही इश्क, फिर वही तुम.
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा, जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है.!
मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे, अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती ।
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल.. अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.
वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं, जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते !!
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना, हम 'जान' दे देते हैं मगर 'जाने' नहीं देते !!
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है.. वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है, सब कहते थे, जिस दिन तुझे देखा, यकीन भी हो गया !!
कितनी मासूम सी है ख्वाहिस आज मेरी, कि नाम अपना तेरी आवाज़ से सुनूँ !!!
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ, जैसे कोई खूबसूरत सुबह जुड़ी हो किसी हसीन शाम के साथ
तू सचमुच जुड़ा है गर मेरी जिंदगी के साथ, तो कबूल कर मुझको मेरी हर कमी के साथ !!!
तुम मुझे अच्छी या बुरी नहीं लगती, तुम मुझे सिर्फ मेरी लगती हो!!!
तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह, फिर ये कैसे कह दूँ.. कि मेरा दिन खराब है..!!
होता अगर मुमकिन, तुझे साँस बना कर रखते सीने में, तू रुक जाये तो मैं नही, मैं मर जाऊँ तो तू नही..!!!
ऐ समन्दर मैं तुझसे वाकिफ हूं मगर इतना बताता हुँ, वो आंखें तुझसे ज्यादा गहरी हैं जिनका मैं आशिक हुँ..!!
न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर.. तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है ..!!!
अपनी मौत भी क्या मौत होगी, यू ही मर जायेंगे एक दिन तुम पर मरते-मरते !
पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ, पंडित भया न कोय । ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय ।
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ऐ दिल, अभी तो पलके झुकाई है, मुस्कुराना बाकी है उनका ।।
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे.. मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे!
कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं, मै वो शख़्स नही.. वो शायर हुँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है..
पगली तू बात करने का मौका तो दे, कसम से कहता हु, रूला देंगे तुझे तेरे ही सितम गिनाते गिनाते
तेरे इश्क से मिली है मेरे वजूद को ये शौहरत, मेरा ज़िक्र ही कहाँ था तेरी दास्ताँ से पहले।
लम्हा भर मिल कर रूठने वाले, ज़िंदगी भर की दास्तान है तू !
हर कोई पूछता है, करते क्या हो तुम ??? जेसे मोहब्बत कोई काम ही नहीं..
बाज़ार के रंगों से रंगने की मुझे जरुरत नही, किसी की याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है..
तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम.. प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे..
सारा बदन अजीब से खुशबु से भर गया शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया..
सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से...या तो दोनों आते हैं ... या कोई नहीं आता !!
सिर्फ दो ही वक़्त पर उसका साथ चाहिए, एक तो अभी और एक हमेशा के लिये..
करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना है मुश्किल, दिल को तुमसे नही..तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है
हो जा मेरी कि इतनी मोहब्बत दूँगा तुझे, लोग हसरत करेंगे तेरे जैसा नसीब पाने के लिए..!!
मैं अपनी मोहब्बत में- बच्चो की तरह हूँ, जो मेरा हैं बस मेरा है किसी और को क्यो दुँ
तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है, इस बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है, यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर भी जाग जाना इश्क़ है।
बादलों से कह दो अब इतना भी ना बरसे... अगर मुझे उनकी याद आ गई, तो मुकाबला बराबरी का होगा...
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,हम 'जान' दे देते हैं मगर 'जाने' नहीं देते !!
गर्मी तो बोहत पढ़ रही है। फिर भी उनका दिल पिघलने का नाम ही नहीं ले रहा ।
हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की, और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की, शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है, क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!
ये आशिको का ग्रुप है जनाब..!! यहाँ दिन सुरज से नही, दीदार से हुआ करते है !!!
तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है ।
जब तू दाँतो मे क्लिप दबा कर, खुले बाल बांधती है..!!! कसम से एक बार तो जिंदगी, वही रुक जाती हैं..
जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर 'इश्क' हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता..
अगर हम सुधर गए तो उनका क्या होगा जिनको हमारे पागलपन से प्यार है
हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की, बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा..
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं, चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।
सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें, इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना।
तू मिले या ना मिले ये तो और बात है, मैं कोशिश भी ना करूँ, ये तो गलत बात है॥
ना हीरों की तमन्ना है और ना परियों पे मरता हूँ.. वो एक 'भोली' सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ !!
उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही.. अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है ?
सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
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